आज़म क्यों न उदास रहे | Dil Udaas hai Shayari

आज़म क्यों न उदास रहे ( Aazam kyon na udaas rahe )    उल्फ़त का गाया साथ नग्मात नहीं है? प्यार की करी कोई भी बात नहीं है तक़दीर न जानें कैसी है अपनी तो उल्फ़त को क्यों होती बरसात नहीं है वरना प्यार वफ़ा मिलती हर पल उसको समझे उसने दिल के जज़्बात नहीं … Continue reading आज़म क्यों न उदास रहे | Dil Udaas hai Shayari