ईद सबके लिए खुशियाँ नहीं लाती | Eid Kavita
ईद सबके लिए खुशियाँ नहीं लाती रोजे हुए मुकम्मल अब ईद आई है कहाँ से लाऊँ? घी शक्कर सेवइयां नये अंगवस्त्र… बच्चों की है जिद जबरदस्त! ईदगाह जाने की है जल्दी कैसे समझाऊँ उन्हें? फाकाकशी है घर में रेशमी लिबास नहीं दाल आटा जरूरी है जिंदा रहने के लिए परवरदिगार, सब्र अता फरमा इन … Continue reading ईद सबके लिए खुशियाँ नहीं लाती | Eid Kavita
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