फरेब | Fareb

फरेब ( Fareb )   गहराई मे डूबने से अच्छा है किनारे ही रह लिया जाय हालात ठीक नहीं हैं इस दौर के अब खामोश ही रह लिया जाय मर सी गई हैं चाहतें दिल की तलाशते हैं लोग वजह प्यार की फरेब मे ही लिपटा है शहर सारा खुद ही खुद मे क्यों न … Continue reading फरेब | Fareb