फ़ौजी की राखी | Fauji ki Rakhi

फ़ौजी की राखी ( Fauji ki rakhi )    जिस बहिना के नहीं कोई भाई, बाॅंधों राखी वह हमारी कलाई। बनालो मुझको मुँह बोला भाई, सूनी है मेरी हाथों की कलाई।। ऐसा बहन तुम मन में ना लाना, कि नहीं है हमारे कोई ये भाई। सीमा पर खड़ा जो फ़ौजी भाई, दुश्मन से कर रहा … Continue reading फ़ौजी की राखी | Fauji ki Rakhi