गणपति वंदना : दुर्मिल-छंद ( Ganpati Vandana ) बल बुद्धि विधाता,सुख के दाता, मेरे द्वार पधारो तो। जपता हूं माला,शिव के लाला, बिगड़े काज सवारों तो। मेरी पीर हरो,तुम कृपा करो, भारी कष्ट उबारो तो। तेरा दास जान,तुम दयावान, मेहर करो भव तारो तो।। सिर मुकुट जड़ा है,भाग बड़ा है, बड़ी सोच रखवाले … Continue reading गणपति वंदना | Ganpati Vandana
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