ऐसा न हो कि सारे आसार टूट जाए | Geet Aisa Na Ho
ऐसा न हो कि सारे आसार टूट जाए ऐसा न हो कि सारे आसार टूट जाए जो हिस्से में मिली है, दीवार छूट जाए। हम नहीं कहते हैं कि तुम साथ रहो मेरे ऐसा न हो नदी का किनार छूट जाए। लोग तो बहुत मिलेंगे तुझे समझाने वाले ऐसा न हो हँसने का आधार … Continue reading ऐसा न हो कि सारे आसार टूट जाए | Geet Aisa Na Ho
Copy and paste this URL into your WordPress site to embed
Copy and paste this code into your site to embed