गीत लिखे हैं मैंने मन के | Geet Likha Hai Maine

गीत लिखे हैं मैंने मन के ( Geet likha hai maine man ke )   गीत लिखे हैं मैंने मन के, भावों के सुंदर उपवन के। जहां खिले हैं पुष्प हजारों, महकते हैं वन चंदन के। गीत लिखे हैं मैंने मन के कलमकार वाणी साधक, शब्द सुरीले मोती चुनता। ओज बने हुंकार लेखनी, देशभक्ति के … Continue reading गीत लिखे हैं मैंने मन के | Geet Likha Hai Maine