सारा जीवन ही बीत गया | Geet Sara Jeevan

सारा जीवन ही बीत गया ( Sara jeevan hi beet gaya )      सारा जीवन ही बीत गया , यह अश्रु-गरल पीते-पीते । जो भरे कलष समझे हमने ,वे मिले सभी रीते-रीते।। मत पूछो त्याग-तपस्या से,क्या जीवन को उपहार मिला। शापों से आहत गंगाजल, पीने को बारम्बार मिला। क्या जीत सके उन्मादों से , … Continue reading सारा जीवन ही बीत गया | Geet Sara Jeevan