घर जाने की उसके ही जरूरत नहीं घर जाने की उसके ही जरूरत नहीं जब रही उसको तुझसे मुहब्बत नहीं प्यार से कैसे महकेगी सांसे मेरी फूलों में ख़ुशबू की वो नज़ारत नहीं इसलिए छोड़ दिया साथ उसका मैंनें दोस्त उसकी लगी अच्छी आदत नहीं कर गया है मुझे ग़ैर … Continue reading घर जाने की उसके ही जरूरत नहीं
Copy and paste this URL into your WordPress site to embed
Copy and paste this code into your site to embed