हवा में उड़ा दीजिए | Ghazal Hawa mein Uda Dijiye

हवा में उड़ा दीजिए  ( Hawa mein Uda Dijiye )   साज़े-दिल पर ग़ज़ल गुनगुना दीजिए शामे-ग़म का धुँधलका हटा दीजिए ग़म के सागर में डूबे न दिल का जहाँ नाख़ुदा कश्ती साहिल पे ला दीजिए एक मुद्दत से भटके लिए प्यास हम साक़िया आज जी भर पिला दीजिए इल्तिजा कर रहा है ये रह-रह … Continue reading हवा में उड़ा दीजिए | Ghazal Hawa mein Uda Dijiye