Ghazal | बने कातिल झुका ली है हया से ये नज़र जब से
बने कातिल झुका ली है हया से ये नज़र जब से ( Bane katil jhuka li hai haya se ye nazar jab se ) बने कातिल झुका ली है हया से ये नज़र जब से। नहीं कुछ होश बाकी है हुआ दिल पे असर तब से।। नज़र हम से मिलाओ तो … Continue reading Ghazal | बने कातिल झुका ली है हया से ये नज़र जब से
Copy and paste this URL into your WordPress site to embed
Copy and paste this code into your site to embed