कमी दिल में तुम्हारी | Ghazal kamee dil mein tumhari

कमी दिल में तुम्हारी ( Kamee dil mein tumhari )   कमी दिल में तुम्हारी ही  यहाँ हो सनम मेरे चले आओ जहाँ हो   ख़ुशी के फूल क्या मुझपर बरसेंगे यहाँ  तो रोज़ ग़म की ही ख़िज़ाँ हो   ख़फ़ा होकर वही बैठा बहुत है यहाँ जिसकी यादें दिल में रवाँ हो   तुम्हारे … Continue reading कमी दिल में तुम्हारी | Ghazal kamee dil mein tumhari