ख्याल हूँ मैं तेरे ख्वाब का | Khayal Shayari
ख्याल हूँ मैं तेरे ख्वाब का ( Khayal Hun Main Tere Khawb Ka ) ख्याल हूँ मैं, तेरे ख्वाब का तसव्वुर से निकली तो हकीकत में उलझ न जाऊँ कहीं अशआ’र तेरे, गज़ल हूँ मैं ज़हन से निकली तो पन्नों पर बिखर न जाउँ कहीं नज़र तेरी, मंजर सुहाना हूँ मैं बसारत … Continue reading ख्याल हूँ मैं तेरे ख्वाब का | Khayal Shayari
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