सुनिए सब आपके रु- ब- रु है ग़ज़ल | Ghazal

सुनिए सब आपके रु- ब -रु है ग़ज़ल ( Suniye sab aap ke ru-ba-ru hai ghazal )     सुनिए सब आपके रु ब रु है ग़ज़ल होठों पे प्यार की ही शुरु है ग़ज़ल   जो सकूं दें टूटे दिल को मेरे बहुत कर रहा हूँ ऐसी जुस्तजू है ग़ज़ल   आरजू है मिलनें … Continue reading सुनिए सब आपके रु- ब- रु है ग़ज़ल | Ghazal