तुम अजीज हो | Ghazal Tum Aziz ho
तुम अजीज हो ( Tum aziz ho ) तुम अजीज हो खास हमारे एहसास हो गया दूर होकर भी हो पास हमारे विश्वास हो गया अल्फाज आपके दिला देते हैं एहसास आपका शब्दों का जादू ऐसा की मन का उजास हो गया यह फासले यह दूरियां अब बाधक नहीं है यार … Continue reading तुम अजीज हो | Ghazal Tum Aziz ho
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