याद आती है आशियाने की | Ghazal Yaad Aati Hai Aashiyane ki
याद आती है आशियाने की ( Yaad Aati Hai Aashiyane ki ) है अदा यह भी रूठ जाने की कोई कोशिश करे मनाने की इन अदाओं को हम समझते हैं बात छोड़ो भी आने-जाने की आज छाई हुई है काली घटा याद आती है आशियाने की एक दूजे को यह लड़ाते हैं नब्ज़ पहचान लो … Continue reading याद आती है आशियाने की | Ghazal Yaad Aati Hai Aashiyane ki
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