जिंदगी की कहानी | Ghazal Zindagi ki Kahani
जिंदगी की कहानी ( Zindagi ki Kahani ) कहूँ किस तरह जिंदगी की कहानी घिरी दर्द में ही रही जिंदगानी कभी अपने तो गैरों ने भी रुलाया भरा ही रहा दोनों आँख ही पानी क़दम पर क़दम दर्द था थी घुटन भी पड़ी जिंदगी से उसे भी निभानी बुने साथ में ख्वाब जब कहकशाँ … Continue reading जिंदगी की कहानी | Ghazal Zindagi ki Kahani
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