व्यवहार ( Vyavahar ) बातों से ही तो बढ़ेंगी अपनी बातें हाथों से हि हाथ मिलेंगे तब हमारे तन्हा कटता नहीं सफ़र जिंदगी का रास्ते हि तो बनते हैं रास्तों के सहारे दोस्त न मिले तो दुश्मनों से मिलो, रंजिशें भूलके उनके ही गले मिलो, गर तुम्हें कोई हमदर्द ना मिल सके, तो तुम्हीं … Continue reading व्यवहार | Hindi Poem Vyavahar
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