इन अँखियों को समझाओ तो | In Ankhiyon ko
इन अँखियों को समझाओ तो किसे नहीं खेलें होली बताओ तो पुछती है कोयल बताने आओ तो सभी आये लेकिन वो नहीं आए इन अँखियों को भी समझाओ तो। इंतजार के दिन दिखाए बहुत तुम नहीं चाहिए था, सताए बहुत तुम कैसे करें तारीफ झूठे हम बोलो कहाँ कहकर अपनाए बहुत तुम। जैसे तैसे … Continue reading इन अँखियों को समझाओ तो | In Ankhiyon ko
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