इन लम्हों को मत जाने दो | In Lamhon ko

इन लम्हों को मत जाने दो ( In lamhon ko mat jane do ​)  नज़्म   जीतने की खुशी में किसी को बे-कफ़न मत करो, क़त्ल का सामान इस तरह कभी जमा मत करो। सदियों पुरानी है विश्व की सभ्यता और संस्कृति, किसी साजिश के तहत इसे छिन्न-भिन्न मत करो। साज मत बिगाड़ो तुम इस … Continue reading इन लम्हों को मत जाने दो | In Lamhon ko