इंटरनेट को जमानों | Internet ko Jamano

इंटरनेट को जमानों ( Internet ko jamano )   आज काल रे टाबरिया न मोबाइल रो घणों चसको, काम काज काई होवें कोनी न रियो उणरे बस को। कड़वी बोली अर घमण्ड माय भूलरिया परिवार वो, खावें है हर मिनट-मिनट में गुटको तंबाकू दस ‌को।। पल-पल मं बदल है कपड़ा ध्यान रख न शरीर को, … Continue reading इंटरनेट को जमानों | Internet ko Jamano