जमील अंसारी की कविताएं | Jameel Ansari Hindi Poetry
बेटियां चंपा,गुलाब,मोगरा,चंदन है बेटियां। रिश्तों को जोड़ देने का बंधन है बेटियां। लाल,ओ,गोहर,अक़ीक़ है कंचन है बेटियां। बाबुल का हंसता, खेलता आंगन है बेटियां। पी,टी उषा हो सानिया या चावला,किरण। दुनिया के कैनवास पे रौशन है बेटियां। इज़्ज़त है आब्रु है ये ज़ीनत घरों की है। किरदार और खुलूस का दर्पण है बेटियां। आयत है … Continue reading जमील अंसारी की कविताएं | Jameel Ansari Hindi Poetry
Copy and paste this URL into your WordPress site to embed
Copy and paste this code into your site to embed