मेरी जन्मभूमि स्वर्ग समान | Janambhoomi par Kavita

मेरी जन्मभूमि स्वर्ग समान ( Meri Janambhoomi swarg saman )   वीरों रणवीरो की जननी हम सबका अभिमान है। हरी-भरी महकती क्यारी ये धरती स्वर्ग समान है। उत्तर हिमालय अडिग खड़ा बहती गंगा की धारा। राजस्थान रेतीले धोरे खरा सोने सा निखरे सारा। संत शूरमां भामाशाह की धरा स्वर्णमयी खान है। सबसे प्यारा देश हमारा … Continue reading मेरी जन्मभूमि स्वर्ग समान | Janambhoomi par Kavita