Ghazal | कहां मुश्किल अगर वो साथ में करतार आ जाए
कहां मुश्किल अगर वो साथ में करतार आ जाए ( Kahan Mushkil Agar Wo Sath Mein Kartar Aa Jaye ) कहां मुश्किल अगर वो साथ में करतार आ जाए। लगे कश्ती किनारे हाथ ग़र पतवार आ जाए।। निभाना होता है मुश्किल ये जीवन साथ में यारो। दिलों के बीच में जब भी कोई … Continue reading Ghazal | कहां मुश्किल अगर वो साथ में करतार आ जाए
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