पुनर्जन्म | Kahani Punarjanm

पूरे परिवार में सन्नाटा छाया हुआ था । कोई किसी से बात नहीं कर रहा था। जैसे सब गूंगे हो गए हो। रजनी कि सिश्किया भी दब सी गई थी। उसका अपराध बस इतना सा है कि उसने छः बेटियों को जन्म दिया। अबकी बार भी यदि बेटी हुई तो उसने प्राण कर लिया था … Continue reading पुनर्जन्म | Kahani Punarjanm