कमलेश विष्णु की कविताएं | Kamlesh Vishnu Hindi Poetry

प्रथम पूज्य हे विघ्न विनाशक प्रथम पूज्य हे विघ्न विनाशक गणपति गज-मुख मंगल दायक कटुता क्लेश मिटाकर मनसे मेरे विघ्न हरो । हे गणपति ! स्थिर चित्त करो । काम वासना जगे न मन में करूं अर्चना हर पल क्षण में लोभ मोह मत्सर से स्वामी मुझको मुक्त करो। हे गणपति! स्थिर चित्त करो। प्रथम … Continue reading कमलेश विष्णु की कविताएं | Kamlesh Vishnu Hindi Poetry