कर्मफल *** कर्मफल के आधार पर ही- लेता प्राणी मानव योनि में जन्म, बड़े खुशनसीब हैं हम । पांच बरस बचपन का बीते, छह से चौदह किशोरवय हो जीते। पंद्रह से उन्नीस चढ़े जीवन की तरूणाई, फिर तो बोझ जीवन बोझ बन बोझिल हुई जाई; गृहस्थी का भार जो दबे पांव है चली आई। पहले … Continue reading कर्मफल
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