आईना दिखाओ | Kavita aaina dikhao

आईना दिखाओ! ( Aaina dikhao )   पेड़ो में छाँव रहे, वो पेड़ लगाओ, रहे फूलों में खुशबू वो फूल लगाओ। ख्वाहिशें मरने न पाएँ दुनियावालों की, अंधेरे रास्तों पे तुम चराग जलाओ। पैसे के गुरूर में जब आँखें थक जाएँ, बनके बच्चा कागज की नाव बनाओ। संसार को कोई समझ पाया है क्या, किसी … Continue reading आईना दिखाओ | Kavita aaina dikhao