अंधापन ( Andhapan ) मेल, एक्स्प्रेस का नही, अब बुल्लेट ट्रेन या हवाई सफर का जमाना है यादों के फूटे हुए घड़े मे अब यादेँ भी अधिक देर तक नही ठहरती भागती हुयी रफ्तार मे वर्तमान बहुत तेजी से अतीत में बदलने लगा है नये की चाहत में पुरानी वस्तुयें हि नही पुराने लोग और … Continue reading अंधापन | Kavita Andhapan
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