इसे अपने आप समझिए | Kavita apne aap

इसे अपने आप समझिए ( Ise apne aap samajhie )     जिंदगी संघर्ष है इसे अपने आप समझिए, बचपन डैस, जवानी कामा मृत्यु को फुलस्टाफ समझिए। जिंदगी दिल्लगी है इसे छोड़ कर ना भागिए, इस हार जीत की जिंदगी में कभी बच्चा तो कभी बाप समझिए। जिंदगी एक दौलत है कभी फुल तो कभी … Continue reading इसे अपने आप समझिए | Kavita apne aap