बेखबर जिंदगी | Kavita bekhabar zindagi

बेखबर जिंदगी ( Bekhabar zindagi )   आंधी तूफां तम छाया है ईश्वर की कैसी माया है जाने क्या है होने वाला कैसा यह दौर आया है   धुआं धुआं हुई जिंदगी काले घने मेंघ छाए हैं रस्ता भूल रहा कोई बादल संकट के मंडराये हैं   मुश्किलों का दोर कठिन दिनोंदिन गहराता आया खुद … Continue reading बेखबर जिंदगी | Kavita bekhabar zindagi