बेटियों को पढ़नें दो | Kavita Betiyon ko Padhne do

बेटियों को पढ़नें दो ( Betiyon ko padhne do )    आज बेटियों को सब पढ़नें दो, और आगें इनको भी बढ़नें दो। खिलने दो और महकनें भी दो, अब पढ़ाई से वंचित न होने दो।। इनको बनकर तारें चमकने दो, परचम इनको अब लहराने दो। हंसने दो और मुस्कराने भी दो, अब पढ़ाई से … Continue reading बेटियों को पढ़नें दो | Kavita Betiyon ko Padhne do