भोले भंडारी हम तेरे भिखारी | Kavita Bhole Bhandari
भोले भंडारी हम तेरे भिखारी ( Bhole bhandari hum tere bhikhari ) दर्शनों को हम भटक रहें बाबा बनकर के भिखारी, कृपा करों त्रिलोकीनाथ अब सुध लो आप हमारी। रोज़ सवेरे निकलते है खोज करनें को हम तुम्हारी, दर्शन तो अब दो बाबा तबीयत ठीक ना है हमारी।। निराश ना करना मेरे नाथ में … Continue reading भोले भंडारी हम तेरे भिखारी | Kavita Bhole Bhandari
Copy and paste this URL into your WordPress site to embed
Copy and paste this code into your site to embed