बुरा ना मानो होली है | Kavita Bura na Mano Holi Hai

बुरा ना मानो होली है ( Bura na Mano Holi Hai )   कान्हा जी राधा बोली है, झूम रहे हमजोली है। फागुन रंग बसंती छाया, धूम मची अब होली है। रंगों की सजी रंगोली है, हुड़दंग हंसी ठिठोली है। भीगी चूनर चोली है, बुरा ना मानो होली है। रिश्तो में मिठास घोली है, अपनापन … Continue reading बुरा ना मानो होली है | Kavita Bura na Mano Holi Hai