छलकती जवानी | Kavita Chalakti jawani
छलकती जवानी ( Chalakti jawani ) जुल्फों में खोने के दिन देखो आए, निगाहों से पीने के दिन देखो आए। छलकती जवानी पे दिल उसका आया, छूकर बदन मेरा दिल वो चुराया। सुलगती अगन को कैसे दबाएँ, निगाहों से पीने के दिन देखो आए, जुल्फों में खोने के दिन देखो आए। मेरी जिन्दगी का … Continue reading छलकती जवानी | Kavita Chalakti jawani
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