दिल तो बच्चा है जी | Kavita dil toh baccha hai ji

दिल तो बच्चा है जी ( Dil toh baccha hai ji )    सुनता कहां किसी की कभी करता रहता ये मनमानियां दिलकश अदाएं इसकी बड़ी चुपचाप रहता संग खामोशियां किसी को बताता बिल्कुल नहीं मनमौजी बहुत करता नादानियां गुमसुम नहीं ये, यह मालूम है मुझे है पता दिल तो मशगूल अपनी ही धुन मैं … Continue reading दिल तो बच्चा है जी | Kavita dil toh baccha hai ji