हे नारी तुझे नमन | Kavita he nari
हे नारी – तुझे नमन ( He nari – tujhe naman ) नारी तू नारायणी तु ही शक्ति अद्वितिया तेरे हर रूप को नमन तु वंदनीया है पूजनीया माँ का रूप धरा जब त्याग की प्रतिमूरत कहलाई पत्नी बहन बेटी बनकर तूने खुश्बू सी फैलाई तू सृष्टि की रचियेता है प्रकृति का अनुपम उपहार … Continue reading हे नारी तुझे नमन | Kavita he nari
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