जी लेते हैं चिथड़े में खुशहाली में | Kavita Ji Lete
जी लेते हैं चिथड़े में खुशहाली में फुटपाथ पर ही हमें हरियाली है जी लेते हैं चिथड़े में खुशहाली है। कचड़े में अरमान तलाश लेते हैं नहीं चोट किसी को कभी देते हैं। छिन लिया जिसने हमारी थाली है उसके घर पाजेब सोने की बाली है। मेरे घर होली औ कहाँ दीवाली है सारे … Continue reading जी लेते हैं चिथड़े में खुशहाली में | Kavita Ji Lete
Copy and paste this URL into your WordPress site to embed
Copy and paste this code into your site to embed