कविता की कविता | Kavita ki kavita geet

“कविता की कविता” ( Kavita ki kavita )     अर्थ भावनाओं के जिसके,शब्दों में ढल जाते हैं ! अन्तरतम के वे संवेदन, ही कविता कहलाते हैं !!   हर समाज में रहती है यह चाहे कोई हो भाषा बनी हजारों लाखों इसकी कितनी कितनी परिभाषा प्यार,समझ,विश्वास,त्यागमिल इसकेरूप बनाते हैं सारे श्रेष्ठ भाव मानवता, के … Continue reading कविता की कविता | Kavita ki kavita geet