कोई मोल नही उस वीर का | Kavita koi mol nahi us veer ka

कोई मोल नही उस वीर का ( Koi mol nahi us veer ka )     जो औरों के लिए जिएं ज़िन्दगी मुकम्मल है वही, बन जाएं मरहम किसी का सच्चा इन्सान है वही। बिना रूके बिना थके जिसका जीवन चलता रहें, कोई मोल नही उस वीर का देश की शान है वही।   यह … Continue reading कोई मोल नही उस वीर का | Kavita koi mol nahi us veer ka