मैं हूं मोबाइल | Kavita Main Hoon Mobile

मैं हूं मोबाइल ( Main hoon mobile )   मैं हूं एक प्लास्टिक का बॉक्स, आ जाता एक पॉकिट में बस। कोई रखता मुझे शर्ट पाॅकिट, कोई रखता है पेंट की पाॅकिट।। मेरे बिन कोई काम ना चलता, हाथ में नही दिमाग़ ना चलता। सुबह से लेकर शाम हो जाएं, उंगलियाँ मानव लगाता रहता।। मुझको … Continue reading मैं हूं मोबाइल | Kavita Main Hoon Mobile