मत प्रणय अनंत | Kavita Mat Pranay Anant

मत प्रणय अनंत ( Mat Pranay Anant )   मत प्रणय अनंत, ई वी एम को निहार कर लोकतंत्र नव यौवन अंगड़ाई, मतदाता उर भाव नवल । उत्सविक प्रभा परिवेश उत्संग, कामना राष्ट्र भविष्य मंगल । अंतःकरण स्वर करस्थ स्पंदन, प्रलोभ स्वार्थ विसार पर । मत प्रणय अनंत, ई वी एम को निहार कर ।। … Continue reading मत प्रणय अनंत | Kavita Mat Pranay Anant