Poem on voting in Hindi
Poem on voting in Hindi

मत प्रणय अनंत

( Mat Pranay Anant )

 

मत प्रणय अनंत, ई वी एम को निहार कर

लोकतंत्र नव यौवन अंगड़ाई,
मतदाता उर भाव नवल ।
उत्सविक प्रभा परिवेश उत्संग,
कामना राष्ट्र भविष्य मंगल ।
अंतःकरण स्वर करस्थ स्पंदन,
प्रलोभ स्वार्थ विसार पर ।
मत प्रणय अनंत, ई वी एम को निहार कर ।।

सहज सुलभ बूथ पहुंच,
तंत्र सक्रिय प्रेरणास्पद ।
निर्वाचन प्रबंधन मित्रवत
समाज चेतना अग्र पद ।
संवैधानिक अधिकार प्रयोग ,
उरस्थ राष्ट्र समृद्धि विचार भर ।
मत प्रणय अनंत, ई वी एम को निहार कर ।।

विविध उम्मीदवार सह नोटा,
चयन अवसर मन भावन ।
उत्तम विकल्प चयन निर्णय,
अनुप्रयोग संधान पुनीत पावन ।
महिला शक्ति नव मतदाता उत्साह,
सेल्फी संग मतदान गौरव प्रसार कर ।
मत प्रणय अनंत, ई वी एम को निहार कर ।।

ई वी एम छवि मनमोहनी,
अंतर मतदाता धर्म आकर्षण।
निष्पक्ष निरुपम सम अभिव्यंजना,
सदा पटाक्षेप वैचारिकी घर्षण ।
लोकतंत्र विजय भव मूल ध्येय ,
मतदान अठखेलियां सदाबहार कर ।
मत प्रणय अनंत, ई वी एम को निहार कर ।।

महेन्द्र कुमार

नवलगढ़ (राजस्थान)

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here