नारी स्वरूप | Kavita Nari Swaroop
नारी स्वरूप ( Nari Swaroop ) नारी तू एक मगर रूप अनेक। नारी तुम्हारी हाथों में , घर बाहर दोनों सुसज्जित । मां काली सदृश नारी शक्तिशाली , महालक्ष्मी घर की बजट करती पेश । ऐसी प्रबल नारी को प्रणाम । गरिमय व्यक्तित्व को नमस्कार। नारी शक्ति का तू अभिमान है, जन-जन का तुम … Continue reading नारी स्वरूप | Kavita Nari Swaroop
Copy and paste this URL into your WordPress site to embed
Copy and paste this code into your site to embed