सजना है मुझे सजना के लिए | Kavita sajna hai mujhe sajna ke liye
सजना है मुझे सजना के लिए ( Sajna hai mujhe sajna ke liye ) सजना है मुझे सजना के लिए दिल सजनी का झूम झूम गाने लगा ओढ़ ली चुनरिया गोरे गालों पे चांद भी थोड़ा सा शर्माने लगा दुल्हन बनी फिर बहु श्रृंगार किया पिया से मिलन को पुकार लिया मनमीत मेरे … Continue reading सजना है मुझे सजना के लिए | Kavita sajna hai mujhe sajna ke liye
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