सलीका सिखाएँगे | Kavita salika sikhayenge

सलीका सिखाएँगे! ( Salika sikhayenge )   हम सिर्फ जिन्दा रहे,तो मर जाएँगे, देश के लिए जिएँ, तो जी जाएँगे। मुबारक हो उन्हें जो सोते रुपयों पे, हम तो वहाँ खाली हाथ जाएँगे।   तुम खफा न हो जमीं-आसमां से, हम सितारे जमीं पे उतार लाएँगे। अपने बसेरों से पंछी लौट न जाएँ, हम उनका … Continue reading सलीका सिखाएँगे | Kavita salika sikhayenge