संत संगति | Kavita Sant Sangati
संत संगति ( Sant sangati ) सज्जन साधु संगत कर लो बेड़ा पार हो जाएगा। बिनु सत्संग विवेक नहीं उजियारा कैसे आएगा। संत सुझाए राह प्रेम की हरि मिलन विधि सारी। मंझधार में अटकी नैया हो पतवार पार संसारी। दीप जलाए घट घट में करें ज्ञान ज्योति आलोक। दिव्य प्रभा सुखसागर सी जीवन को … Continue reading संत संगति | Kavita Sant Sangati
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