शैलपुत्री ( Shailputri ) गिरिराज घर जन्मी देवी शैलपुत्री कहलाई। कमल सुशोभित कर में शक्ति स्वरूपा माई। तुम त्रिशूलधारी भवानी हो वृषारूड़ा हो माता। मंगलकारणी दुखहर्ता मां तुम ही हो सुखदाता। प्रजापति ने यज्ञ किया सब देवन को बुलवाया। विकल हो गई सती मां शिवशंकर नहीं बुलाया। घर पहुंची मैया स्नेह … Continue reading शैलपुत्री | Kavita shailputri
Copy and paste this URL into your WordPress site to embed
Copy and paste this code into your site to embed