स्वागत है नववर्ष तुम्हारा | Swagat hai Nav Varsh

स्वागत है नववर्ष तुम्हारा ( Swagat hai nav varsh tumhara )  ( 2 ) स्वागत है नव – वर्ष तुम्हारा ! आओ दूर करो अन्धियारा! आकर यह संसार बना दो फिर से सुन्दर प्यारा प्यारा ! गाव शहर के सब घर आँगन गलियाँ , चौबारै , झोपड़ियाँ करते बैठे सतत प्रतीक्षा तुम आओ तो शायद … Continue reading स्वागत है नववर्ष तुम्हारा | Swagat hai Nav Varsh