विश्व कविता दिवस | World Poetry Day
विश्व कविता दिवस ( World Poetry Day ) अल्फाज़ का जामा तो मैंने पहनाया था जज्बात को ,एहसासों को तो मैंने ही पिरोया था दिल से निकाल पन्नों पर तो मैंने उकेरा था तुझसे कैसे ये मेरे रूबरू हुये मेरे ही दिल में रहे और चोरी किये या था तुझको पता कि ये थे … Continue reading विश्व कविता दिवस | World Poetry Day
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